
जौनपुर की दीक्षा सिंह फेमिना मिस इंडिया-2015 के फाइनल राउंड में अपनी जगह बना चुकी हैं। 28 मार्च को इसका फाइनल होगा। दीक्षा आज जिस मुकाम पर हैं उसके पीछे कहीं न कहीं उनके पिता जितेंद्र सिंह का संघर्ष है। जितेंद्र ने बताया कि साल 1985 में उनकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी। 500 रुपए की नौकरी के लिए वह जौनपुर से मुंबई चले गए। इस दौरान गांव में पैसे भेजने के लिए उन्हें भूखे ही सोना पड़ता था। काफी मेहनत के बाद उन्हें सफलता मिली और गोवा में अपना बिजनेस शुरू...